Thursday, August 19, 2021

भरे सावन ह सुखा परगें_ डोमेन्द्र नेताम

                


। *भरे सावन ह सुखा परगें*।।

भरे सावन ह सुखा परगें ,

       नई बरसें तय सिटीर छाटर

तोर अगोरा म सब किसान बैईठे हे,

 धर के बियासी बर बईला नागर।।

कतिक करबे तय अब मनमानी,      

       ठेलहा होगें अब जम्मो के जागर ।

नदिया,नरवा,तरिया,डबरी ,

 निहारथे आस लगा के देखथे सागर ।।

पिरोहिल ह मयारु बर ,

  सज संवर के लगा के बैईठे काजर ।

खेत-खार ह सुना होगें करमा अऊ ददरिया,

  अब तो तय बरस जारे करिया बादर ।।

 मेंचका ,टेटका ,सांप, झिंगुरा मन,

     देखाथे गाऐ बर गीत मल्हार संग मांदर ।

अब सब के मन ल फरिहर कर दे,

         बरसत आजा सुग्घर रोटहा पातर ।।   


                 डोमेन्द्र नेताम                       

          मुण्डाटोला डौण्डीलोहारा 

              जिला-बालोद (छ.ग.)

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